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Tuesday 28 January 2020

नांबी नारायणन: जासूसी स्कैंडल जिसने एक वैज्ञानिक का करियर तबाह कर दिया

नांबी नारायणन: जासूसी स्कैंडल जिसने एक वैज्ञानिक का करियर तबाह कर दिया



कल्पना कीजिए कि एक नाटकीय लम्हे में आपकी पूरी ज़िंदगी बदल जाए. 25 साल पहले ऐसा ही कुछ भारत के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के साथ हुआ, जब पुलिस अधिकारियों ने उनका दरवाज़ा खटखटाया.
वो सर्दियों की दोपहर थी. केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम की संकरी गली में बसे एक घर पर तीन पुलिस अधिकारी पहुंचे. नांबी नारायणन याद करते हैं कि कि तीनों पुलिस अधिकारी उनके साथ विनम्रता और सम्मान से पेश आ रहे थे.
पुलिस अधिकारियों ने अंतरिक्ष वैज्ञानिक नारायणन को बताया कि उनके बॉस (डीआईजी) उनसे बात करना चाहते हैं



https://www.bbc.com/hindi/india-51279846

16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप मामले में मुकेश सिंह, विनय शर्मा, अक्षय कुमार सिंह और पवन गुप्ता को दोषी ठहराया गया था. इन चारों को एक फरवरी को फाँसी दी जानी है.


क्या था पूरा मामला?

16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक मेडिकल छात्रा के साथ छह पुरुषों ने एक चलती बस में गैंगरेप किया था.
चार दोषियों के अलावा एक प्रमुख अभियुक्त राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी.
एक अन्य अपराधी, जो घटना के वक़्त नाबालिग़ साबित हुआ था, उसे सुधारगृह भेजा गया था.
साल 2015 में उसे सुधारगृह से रिहा कर दिया गया था. इस अपराधी का नाम ज़ाहिर नहीं किया जा सकता. इसे अगस्त 2013 में तीन साल सुधारगृह में बिताने की सज़ा सुनाई गई थी.




https://www.bbc.com/hindi/vert-earth-51210900
मक्खियां, मच्छर और तमाम दूसरे कीड़े-मकोड़े जब हमारे घरों, खाने के ऊपर मंडराते हुए दिखते हैं तो बेशक हमें ग़ुस्सा आता है. कभी-कभी हम उन्हें मारने के तमाम इंतज़ाम भी करते हैं.
लेकिन आगे से जब भी आप ऐसा करने वाले हों तो आपको ऐसा करने से पहले दो बार सोचना चाहिए, क्योंकि कीड़ों की आबादी दुनिया भर में तेज़ी से कम हो रही है. कीड़े हमारे वातावरण के संरक्षण और खाद्य पदार्थों के उत्पादन में भी अहम भूमिका निभाते हैं.
लंदन के नैचुरल हिस्ट्री म्यूज़ियम की सीनियर क्यूरेटर डॉ. एरिका मेकलिस्टर कहती हैं, "अगर हम दुनिया से सारे कीड़ों को ख़त्म कर दें तो हम भी ख़त्म हो जाएंगे."
अगर आप ये पूछें कि कीड़ों का काम क्या है तो सबसे अहम काम ये है कि कीड़े जैविक संरचनाओं को तोड़कर उनके अपघटन यानी ख़त्म करने की प्रक्रिया को तेज़ करते हैं.
कीड़े इस तरह मिट्टी में भी उर्वरकों का संचार करते हैं.


https://www.bbc.com/hindi/vert-fut-51222774
जीवाश्म आख़िर क्या है? आप ये सवाल किसी 12 बरस के बच्चे से पूछें, या किसी नौकरीपेशा वयस्क से. बहुत से ऐसे लोग हैं, जो इसे समझाने में मुश्किल महसूस करेंगे.
बहुत सी स्थानीय भाषाओं में विज्ञान से जुड़े शब्दों के लिए लफ़्ज़ नहीं होते.
दक्षिण अफ़्रीका की ज़बान ज़ुलू या आईज़ुलू को ही लीजिए. यहां बहुत से पढ़ने वाले बच्चों के लिए विज्ञान पढ़ना दोहरी चुनौती होती है. पहले तो उसे अंग्रेज़ी में समझें. फिर उसे अपनी मादरी ज़बान ज़ुलू में अनुवाद करें.
अक्सर होता ये है कि जीवाश्म जैसे वैज्ञानिक शब्द के लिए ज़ुलू भाषा में शब्द नहीं होते.
दक्षिण अफ़्रीका में क़रीब सवा करोड़ लोग ज़ुलू भाषा बोलते हैं. इन्हें बहुत से वैज्ञानिक विचारों पर चर्चा करने में दिक़्क़त होती है.

https://www.bbc.com/hindi/international-50983283

आज यक़ीन करना भले मुश्किल हो, लेकिन 1960 के दशक में एक दौर ऐसा भी था जब अमरीका में हर छह दिन में एक हवाई जहाज हाईजैक हो जाता था. एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 50 साल पहले, राफेले मिनिचिलो नाम के शख़्स ने दुनिया का सबसे लंबे समय तक चले हाईजैकिंग को अंजाम दिया था जिसे एक हद तक आकर्षक भी कहा जा सकता है. उस विमान से यात्रा करने वाले लोग कभी उसे माफ़ कर पाए?



Plane icon

21 अगस्त, 1962

दक्षिणी इटली की पहाड़ियों यानी नेपल्स से उत्तर पूर्व में अचानक से ज़मीन हिलने लगी, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए ये कोई अचरज नहीं हुआ क्योंकि ये भूकंप के लिहाज से यूरोप का सबसे संवेदनशील इलाका है और यहां के लोगों को इसकी आदत पड़ चुकी थी. शाम के शुरू होते ही आए इस भूकंप की तीव्रता रेक्टर स्केल पर 6.1 थी, जो डराने के लिए काफी था लेकिन इसके बाद आए दो तेज झटकों ने ज्यादा नुकसान किया था.
भूकंप के केंद्र से 20 किलोमीटर की दूरी और कुछ सौ मीटर उत्तर में मिनिचिलो का परिवार रहा था, तब राफेले की उम्र थी 12 साल. भूकंप के तीसरे झटके के बाद उनका गांव मिलिटो इरपिनो एकदम निर्जन हो चुका था. मिनिचिलो के परिवार के पास कुछ नहीं बचा था, राफेले ने बाद में याद किया कि अधिकारियों में से कोई मदद के लिए भी नहीं आया था.
नुक़सान इतना ज्यादा था कि पूरा का पूरा गांव को खाली करके फिर नए सिरे से बसाना पड़ा था. कई परिवार अपने गांव लौट आए थे लेकिन मिनिचिलो के परिवान ने बेहतर जीवन के लिए अमरीका जाना बेहतर समझा.
लेकिन राफेले मिनिचिलो ने अपने जीवन में युद्ध, आघात और कुख्याति ही हासिल की.




भारत के 'गुमशुदा 54 सैनिकों' का राज़



उन्हें, 'लापता 54' कहा जाता है. ये वो भारतीय सैनिक हैं, जो भारत और पाकिस्तान के बीच हुई जंगों के गुबार में भुला दिए गए.
इनके बारे में माना जाता है कि ये भारतीय सैनिक भारत के दुश्मन देश के उलटफेर भरे अशांत इतिहास के पन्नों में चुपचाप ही कहीं गुम हो गए.
भारत और पाकिस्तान ने कश्मीर के विवादित इलाक़े पर क़ब्ज़े को लेकर दो बार जंग लड़ी हैं. पहला युद्ध तो आज़ादी के फ़ौरन बाद 1947-48 में ही हुआ था, जबकि, दोनों देशों ने कश्मीर को लेकर दूसरी जंग 1965 में लड़ी थी.
इन युद्धों के बाद, 1971 में 13 दिनों की जंग में, भारत के हाथों पाकिस्तान की शर्मनाक शिकस्त हुई थी. जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान का बांग्लादेश के नाम से एक नए संप्रभु राष्ट्र के रूप में उदय हुआ था.
पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान एक-दूसरे से क़रीब 1600 किलोमीटर या 990 मील से भी ज़्यादा दूर स्थित थे. जहां एक पश्चिम बंगाल और भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों के बीच बसा था, वहीं दूसरा राजस्थान और गुजरात की सीमा से सटा था.


कोरोना वायरसः इंफ़ेक्शन से बचने के लिए क्या करें, क्या न करें


Monday 27 January 2020

हैदराबाद रियासत

हैदराबाद रियासत



हैदराबाद : निज़ाम की इच्छा के बावजूद यह रियासत पाकिस्तान में क्यों नहीं जा पाई






अहीं हजी लखवानुं  चालु छे.



हैदराबाद रियासत का भारत में विलय हुआ था या एकीकरण?




अहीं हजी लखवानुं  चालु छे.






Saturday 25 January 2020

क़यामत की सुबह

क़यामत की सुबह



1945 आते आते एक आम जापानी की ज़िंदगी बहुत मुश्किल हो चुकी थी दुकानों में अंडे, दूध, चाय और कॉफ़ी पूरी तरह से ग़ायब हो चुके थे. स्कूलों के मैदानों और घरों के बगीचों में सब्ज़ियाँ उगाई जा रही थीं. पेट्रोल भी आम लोगों की पहुंच से बाहर हो चुका था.
सड़कों पर एक भी निजी कार नहीं दौड़ रही थीं. हिरोशिमा की सड़कों पर हर तरफ़ साइकिलें, पैदल चलते लोग और सैनिक वाहन दिखाई देते थे.
6 अगस्त, 1945 को सुबह 7 बजे जापानी रडारों ने दक्षिण की ओर से आते अमरीकी विमानों को देख लिया. चेतावनी के सायरन बज उठे और पूरे जापान में रेडियो कार्यक्रम रोक दिए गए.
जापान में तब तक पेट्रोल की इतनी कमी हो चुकी थी कि उन विमानों को रोकने के लिए कोई जापानी विमान नहीं भेजा गया. आठ बजते बजते चेतावनी उठा ली गई और रेडियो कार्यक्रम फिर से शुरू हो गए.
8 बज कर 9 मिनट पर अमरीकी वायु सेना के कर्नल पॉल टिबेट्स ने अपने बी- 29 विमान 'एनोला गे' के इंटरकॉम पर घोषणा की, 'अपने गॉगल्स लगा लीजिए और उन्हें अपने माथे पर रखिए.

Wednesday 22 January 2020

डेमोक्रेसी इंडेक्स - भारत 10 स्थान नीचे खिसका

डेमोक्रेसी इंडेक्स  -   भारत 10 स्थान नीचे खिसका


https://www.bbc.com/hindi/india-51205959








जानी-मानी अंतरराष्ट्रीय पत्रिका इकोनॉमिस्ट के सालाना 'डेमोक्रेसी इंडेक्स' में भारत 10 स्थान नीचे खिसक गया है.
ब्रिटेन का जाना-माना प्रकाशन समूह 'द इकोनॉमिस्ट ग्रुप' अपने रिसर्च विभाग 'द इंटेलिजेंस यूनिट' की मदद से हर वर्ष एक 'डेमोक्रेसी इंडेक्स' जारी करता है.
बुधवार को इस यूनिट ने 165 देशों के बारे में अपनी ताज़ा रिपोर्ट जारी की जिसके अनुसार भारत दस स्थान नीचे खिसक गया है.
भारत को 2019 के लिए सूचकांक में 51वें स्थान पर रखा गया है. इससे पहले के साल में भारत 41वें स्थान पर था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 'डेमोक्रेसी इंडेक्स में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के समग्र स्कोर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.

शून्य से 10 के पैमाने पर भारत का स्कोर 2018 में 7.23 से गिरकर 2019 में 6.90 हो गया और इसकी प्राथमिक वजह देश में नागरिक स्वतंत्रता में कटौती करना रहा'.
वर्ष 2019 के स्कोर की तुलना अगर पिछले वर्षों से करें, तो 2006 में रैंकिंग शुरू होने के बाद से यह सबसे कम स्कोर है.
इस रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग गिरने और स्कोर घटने की वजह भी बताई गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 'भारत प्रशासित कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने, असम में एनआरसी पर काम शुरू होने और फिर विवादित नागरिकता क़ानून, सीएए की वजह से नागरिकों में बढ़े असंतोष के कारण भारत के स्कोर में गिरावट दर्ज की गई'.

इस रिपोर्ट में भारत को एक ओर जहाँ 'राजनीतिक सहभागिता' के मामले में अच्छे नंबर मिले हैं, वहीं देश के मौजूदा 'राजनीतिक क्लचर' की वजह से कई नंबर कट भी गए हैं.
'द इंटैलिजेंस यूनिट' का कहना है कि वो सभी देशों के स्कोर का आंकलन वहाँ की चुनाव प्रक्रिया, बहुलतावाद, नागरिक स्वतंत्रता और सरकार के कामकाज के आधार पर करते हैं.
ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि 'साल 2019 लोकतंत्र के लिए सबसे ख़राब रहा. वैश्विक गिरावट मुख्य रूप से लैटिन अमरीकी, उप-सहारा अफ़्रीका और पश्चिम एशिया क्षेत्र में देखी गई. अधिकांश एशियाई देशों की रैंकिंग में 2019 में गिरावट देखी गई है'.
नई रिपोर्ट में नॉर्वे टॉप पर बना हुआ है. अमरीका इस रिपोर्ट में 25वें, ऑस्ट्रेलिया 9वें, जपान 24वें, इसराइल 28वें और ब्रिटेन 14वें पायदान पर है.
यदि भारत के पड़ोसी देशों की बात की जाए तो चीन 153वें, पाकिस्तान 108वें, नेपाल 92वें, बांग्लादेश 80वें और श्रीलंका 69वें नंबर पर है.


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Tuesday 21 January 2020

नरसंहार : सबके सिर उनके धड़ से अलग थे. इन सबका गला रेत दिया गया था.

नरसंहार  :  सबके सिर उनके धड़ से अलग थे. इन सबका गला रेत दिया गया था.

https://www.bbc.com/hindi/india-51226378


पश्चिमी सिंहभूम जिले में रविवार की रात हुई सात आदिवासियों की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है. लापरवाही के आरोप में गुदड़ी के थाना प्रभारी निलंबित कर दिए गए हैं.


Friday 17 January 2020

मोदी सरकार के 36 मंत्रियों

मोदी सरकार के 36 मंत्री जम्मू-कश्मीर क्या करने जा रहे हैं?https://www.bbc.com/hindi/india-51136394






मोदी सरकार के 36 मंत्रियों के दौरे पर क्या कह रहे हैं जम्मू-कश्मीर के लोग

Friday 17th January, 2020. Time : 20:00 ...From BBCHindi.

Friday 17th January, 2020. Time : 20:00 ...From BBCHindi.

https://www.bbc.com/hindi/international-51149690

ईरानी सेना के 'ग़लती से' विमान गिराने पर क्या बोले ख़मेनेई



https://www.bbc.com/hindi/india-51149811

अखिलेश ने कहा 'अब किसी पार्टी से गठबंधन नहीं'



https://www.bbc.com/hindi/india-51145680

करीम लाला को दाऊद इब्राहीम ने क्यों नहीं बनाया निशाना?



https://www.bbc.com/hindi/india-51145551

निर्भया मामले में दोषियों को अब एक फरवरी को फांसी



https://www.bbc.com/hindi/vert-fut-51133573

भविष्य में मशीनें इंसानों की तरह बातें कर सकेंगी?




https://www.bbc.com/hindi/india-51119955

पीएम मोदी के 'बयान' पर IMA ने जताई आपत्ति, कहा- साबित करें या माफ़ी मांगें




किस बात के डर से ट्रंप ईरान पर हमला नहीं कर रहे?: दुनिया जहान



संजय राउत ने इंदिरा पर दिया विवादित बयान, कांग्रेस ख़फ़ा



देविंदर सिंह डीएसपी पद से सस्पेंड, बर्ख़ास्त करने की सिफ़ारिश



देविंदर सिंह को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने की खबरों पर क्या बोली जम्मू-कश्मीर पुलिस?













Wednesday 8 January 2020

अमरीका के लिए तमाचाः



हमला अमरीका के लिए तमाचाः ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता ख़मेनेई
ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातोल्लाह ख़मेनेई ने अमरीका को 'झूठा, बदमाश और अमानवीय' बताते हुए कहा है कि ईरान का जवाबी हमला अमरीका के 'मुँह पर एक तमाचा' है.
ख़मेनेई ने तेहरान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित क़ूम प्रांत में हज़ारों लोगों की मौजूदगी में हुई एक बैठक में कहा कि 'दुनिया पर धौंस झाड़ने वालों को सबक सिखाने में ईरान सक्षम है. हमें लगता है कि अमरीका के ख़िलाफ़ ऐसे हमले नाकाफ़ी हैं. ज़्यादा महत्वपूर्ण ये है कि इस क्षेत्र से अमरीका की मौजूदगी का अंत हो.'







Thursday 09.01.2020...   BBC Hindi...
कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी की हत्या का
https://www.bbc.com/hindi/international-51043836















Sunday 5 January 2020

2010-19: तकनीक ने कैसे बदली इंसान की ज़िंदगी

2010-19: तकनीक ने कैसे बदली इंसान की ज़िंदगी






तकनीकी विशेषज्ञ नालामोटू श्रीधर का मानना है, ''2001 में जो इंटरनेट यूजर्स 70 लाख थे वो 2010 में बढ़कर 9 करोड़ हो गए. अकेले 2016 में ही भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 46 करोड़ हो गई. वहीं, 2019 में 63 करोड़ लोग इंटरेट का इस्तेमाल कर रहे थे. देश के ग्रामीण इलाकों में भी इंटरनेट का इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है.''



इस दशक में ड्रोन को लेकर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. ड्रोन कैमरे से आसमान से ज़मीन के विजुअल लेने में आसानी होती है.
एयर टैक्सी जैसे विकल्प इसके चलते ही संभव हुए हैं जिससे लोगों को ट्रैफ़िक जाम में फंसने से निजात मिल सकती है.
उबर कंपनी ने घोषणा की थी कि वो लॉस एंजेलिस, डलास और मेलबर्न में एयर टैक्सी शुरू करने वाली है. उसने ड्रोन टैक्सी को लेकर एक बयान जारी किया था.


गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए काम कर रही हैं.
एआई की मदद से हमारी ज़िंदगी में रोबोटिक्स का इस्तेमाल दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. इसका इस्तेमाल खिलौनों में भी किया जा रहा है.
रेलवे की टिकट बुकिंग, फिटनेस गजेट में भी इनका इस्तेमाल हो रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि ये स्टॉक मार्केट और बिजनस मैनेजमेंट में भी इस्तेमाल हो सकता है.

जनवरी 2018 तक भारत में एक व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर बिताया जाने वाला औसत समय दो घंटा 26 मिनट था.
सोशल मीडिया इस्तेमाल के मामले में तीन घंटे 57 मिनट के साथ फिलीपिन्स सबसे ऊपर है. जापान में ये औसत समय 48 मिनट है.
ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, हैलो और शेयर चैट भी हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी में घुलमिल गए हैं. टिकटॉक मोबाइल यूजर्स के लिए एक अलग ही अनुभव लेकर आया है.
लोगों को कनेक्ट करने के लिए बनाए गए ये एप्स देशों के राजनीतिक एजेंडे को भी प्रभावित करने लगे हैं.






Saturday 4 January 2020

ईरान और अमरीका



ईरान और अमरीका एक-दूसरे के दुश्मन क्यों?



https://www.bbc.com/hindi/international-50982173


अमरीका के साथ ईरान की दुश्मनी का पहला बीज पड़ा 1953 में जब अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए ने ब्रिटेन के साथ मिलकर ईरान में तख़्तापलट करवा दिया. निर्वाचित प्रधानमंत्री मोहम्मद मोसद्दिक़ को गद्दी से हटाकर अमरीका ने सत्ता ईरान के शाह रज़ा पहलवी के हाथ में सौंप दी.


तख़्तापलट अमरीका की विदेश नीति का हिस्सा

आख़िरकर 16 जनवरी 1979 को ईरानी शाह मोहम्मद रज़ा पहलवी को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा.


क्रांति के परिणामों के तत्काल बाद ईरान और अमरीका के राजनयिक संबंध ख़त्म हो गए.
तेहरान में ईरानी छात्रों के एक समूह ने अमरीकी दूतावास को अपने क़ब्ज़े में ले लिया था और 52 अमरीकी नागरिकों को 444 दिनों तक बंधक बनाकर रखा था.

1980 में सद्दाम हुसैन ने ईरान पर हमला बोल दिया. ईरान और इराक़ के बीच आठ सालों तक ख़ूनी युद्ध चला.
इस युद्ध में अमरीका सद्दाम हुसैन के साथ था. सोवियत संघ ने भी सद्दाम हुसैन की मदद की थी.
यह युद्ध एक समझौते के साथ ख़त्म हुआ. युद्ध में कम से कम पांच लाख ईरानी और इराक़ी मारे गए थे.










Friday 3 January 2020

साचुं...? खोटुं...? राम जाणे... ? साउदी अरेबीया, ईरान ईराक अने अमेरीका....हुमला उपर हुमला.... बधुं बीबीसी अंग्रेजी अने हींन्दी मांथी

साचुं...?  खोटुं...?  राम जाणे... ? साउदी अरेबीया, ईरान ईराक अने अमेरीका....हुमला उपर हुमला.... बधुं बीबीसी अंग्रेजी अने हींन्दी मांथी

https://www.nytimes.com/interactive/2019/09/16/world/middleeast/trump-saudi-arabia-oil-attack.html

https://www.bbc.com/news/world-middle-east-50989745

https://www.bbc.com/news/world-middle-east-50980704

https://www.bbc.com/news/world-middle-east-24316661

सुलेमानी की मौत से भारत में बढ़ेगी तेल की क़ीमत?

https://www.bbc.com/hindi/india-50985174


जनरल सुलेमानी के पीछे क्यों पड़ा था अमरीका?

https://www.bbc.com/hindi/international-50985050


https://www.bbc.com/hindi/international-50980009

जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत मध्य-पूर्व में कितना बड़ा टर्निंग पॉइंट?


वहीं ईरान में तीन दिन का शोक घोषित करते हुए देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतोल्लाह अली ख़मेनेई ने कहा कि 'इस हमले के अपराधियों से गंभीर बदला' लेने का इंतज़ार है.
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अमरीका के लिए उनका मारा जाना इतनी बड़ी बात थी कि ख़ुद राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया जिसमें केवल अमरीकी राष्ट्रध्वज की तस्वीर थी - यानी इस घटना को एक तरह से राष्ट्रपति ट्रंप अमरीका का राष्ट्रीय गौरव की तरह पेश कर रहे थे.

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नवभारत टाईम्स हींन्दी ....
सरकार के लिए भी टेंशन 
प्रभुदास लीलाधर के सीईओ-पीएमएस अजय बोडके ने कहा, 'अमेरिकी हमले में कासिम सुलेमानी के मारे जाने की खबर बहुत महत्वपूर्ण है। वह ईरान के सबसे बड़े नेता के बेहद करीबी थे। ईरान निश्चित तौर पर जवाबी कार्रवाई करेगा। इससे तेल की कीमतों में उबाल आएगा। यह तेल आयात करने वाले देशों के लिए बुरी खबर है। खासतौर पर भारत जैसे देश जो बड़े व्यापार और चालू खाते का घाटा का सामना कर रहे हैं।' 

ईरान के कुद्स फोर्स के मुखिया सुलेमानी पर अमेरिका ने उस समय हमला किया जब उनका काफिला इराक में बगदाद एयरपोर्ट की ओर बढ़ रहा था। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा है कि सुलेमानी के हत्यारों को इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा। 
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क़ासिम सुलेमानी की हत्या के बाद इराक़ में क्या हो रहा है?



ईरान के सैन्य कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी के जनाज़े में शामिल होने के लिए इराक़ की राजधानी बग़दाद में लोगों की भारी भीड़ सड़कों पर उतर आई है.
गुरुवार को अमरीकी हमले में क़ासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी. बग़दाद हवाई अड्डे के बाहर हुए हवाई हमले में सुलेमानी समेत पाँच ईरानी और पाँच इराक़ी लोग मारे गए थे.
सुलेमानी ईरान की बहुचर्चित कुद्स फ़ोर्स के प्रमुख थे. यह फ़ोर्स ईरान द्वारा विदेशों में चल रहे सैन्य ऑपरेशनों को अंजाम देने के लिए जानी जाती है.
सुलेमानी ने वर्षों तक लेबनान, इराक़, सीरिया समेत अन्य खाड़ी देशों में योजनाबद्ध हमलों के ज़रिये मध्य-पूर्व में ईरान और उसके सहयोगियों की स्थिति को मज़बूत करने का काम किया था.
सुलेमानी को पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों को चलाने का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता रहा. उनकी मौत के बाद ये माना जा रहा है कि ईरान इसका बदला ज़रूर लेगा.

https://www.bbc.com/news/in-pictures-51007585

 President Donald Trump has faced growing criticism over his threats to attack Iran's cultural sites.
Mr Trump made the threats amid fallout from the US assassination of Iranian commander Qasem Soleimani.
The president said cultural sites were among 52 identified Iranian targets that could be attacked if Iranians "torture, maim and blow up our people".
But the UN's cultural organisation and UK foreign secretary were among those to note that such sites were protected.
The US and Iran have signed conventions to protect cultural heritage, including during conflict. Military attacks targeting cultural sites are considered war crimes under international law.
Qasem Soleimani was killed in a US drone strike in Baghdad on Friday on the orders of Mr Trump. The killing has sharply increased regional tensions, with Iran threatening "severe revenge".







From  BBC  copyright


ईरान-अमरीका में जंग हुई तो भारत पर कितना बुरा असर होगा?









Wednesday 1 January 2020

Hemchandra