गुजरातः घर से खींचकर दलित की चाकू से गोद कर हत्या
बुधवार देर रात को थानगढ़ के मफ़तियापरा इलाके में ये घटना हुई, जिसमें प्रकाश को गंभीर चोट आई थी और उसे इलाज के लिए राजकोट ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान ही मौत हो गई.
प्रकाश के चाचा बाबूभाई परमार ने बीबीसी गुजराती से बातचीत में कहा कि 'प्रकाश और उनका परिवार अपने घर में बैठा था तभी वे लोग घर के बाहर आए और उन्होंने अपशब्द बोलना शुरू कर दिया.'
"वे लोग मुझे मारने के लिए आए थे, उन्होंने हमारी जाति को लेकर भला बुरा कहा. फिर वो मेरे भतीजे के बारे में पूछने लगे. इसकी वजह से लड़के डर गए और घर के अंदर चले गए."
वो बताते हैं, "तीन लोग मारने के लिए आए थे. उन्होंने हमें घर से खींच कर बाहर निकाला और चिल्लाने लगे कि बाबू परमार का घर बताओ. उनके हाथों में हथियार थे, जिनको देखकर लोग और डर गए और कहा कि उन्हें कुछ नहीं पता. इसके बाद उन्होंने प्रकाश को मार डाला."
बाबूभाई ने कहा, "मैं आम तौर पर उनके घर (प्रकाश के) पर जाकर बैठता हूं. लेकिन उस दिन मैं बाहर से आया था और थका था इसलिए वहां नहीं जा पाया."
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