गाजा में 5 दिन में 125 मारे गए
रमजान के पवित्र महीने में पश्चिम एशिया का फलस्तीनी गाजा पट्टी इलाका मातम के दौर से गुजर रहा है। भारत सहित विश्व समुदाय ने इन हालात पर गहरी चिंता जाहिर की है और कहा है कि फलस्तीन और इस्राइल को संयम बरतना होगा। इसके साथ ही भारत ने किसी का नाम लिए बिना कहा है कि इस्राइली इलाके में सीमा पार से किए जा रहे रॉकेट हमलों से भारत काफी चिंतित है। इस्राइली हमले में शनिवार को 16 फलस्तीनी मारे गए और अब तक पिछले कुछ दिनों की लड़ाई में 125 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
यहां इस्राइली राजनयिक सूत्रों ने कहा है कि इस्राइली हवाई हमले उसी वक्त बंद हो जाएंगे जब फलस्तीनी हमास गुट के आतंकवादी लम्बी दूरी के रॉकेटों से हमले बंद कर दें। हमास को ईरान द्वारा 150 किलोमीटर दूर तक मार करने वाले रॉकेटों की सप्लाई की जा रही है। ऐसे करीब 200 से अधिक रॉकेट पिछले कुछ दिनों में इस्राइल के भिन्न शहरों पर छोड़े गए हैं जिससे पूरा इस्राइल दहला हुआ है और वहां की अधिकतर आबादी शेल्टरों में रहने को मजबूर है। हालांकि इस्राइली सेना इन रॉकेटों का मुकाबला आयरन डोम एंटी मिसाइल प्रणाली से कर रही है जो शहरी आबादी पर छतरी की तरह काम कर रही है। आयरन डोम मिसाइलों ने जिसे भारत को भी सप्लाई करने का प्रस्ताव है, अपने शहरी इलाकों में गिरने वाले 90 फीसदी से ज्याजा हमास रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया है जिससे इस्राइली सेना अपने किसी भी नागरिक को मौत के मुंह में जाने से रोक सकी है लेकिन इस्राइली लोग फिर भी आतंक के माहौल में जी रहे हैं।
खाड़ी के इलाके में सीरिया और इराक के मुस्लिम समुदायों के बीच छिड़ी जंग के साथ ही इस्राइल और फलस्तीन के एक गुट हमास के बीच अब जंग छिड़ने से भारतीयों के लिए हालात और बदतर होंगे। इसका असर पहले से ही बढ़े पेट्रोल मूल्यों में आग लगने जैसा होगा जब कि इस इलाके में रहने वाले 38 लाख भारतीय कामगारों की रोजी रोटी और इनसे भारत को होने वाले 60 अरब डालर की आय पर भी प्रतिकूल असर होगा।
देर शुक्रवार को आए इस्राइली सेना के बयान में कहा गया कि आतंकियों ने पांच दिनों में लगभग 520 मोर्टार और रॉकेट इस्राइल पर दागे हैं। अन्य 140 रॉकेट आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मदद से रोक दिए गए थे। नवंबर 2012 के बाद से यह सबसे घातक हमला है, जिसमें येरुशलम, तेलअवीव और सुदूर उत्तर में स्थित हाइफा पर भी रॉकेट हमलों की संख्या बढ़ी है।
किसी इस्राइली की मौत की सूचना नहीं
खाड़ी के इलाके में सीरिया और इराक के मुस्लिम समुदायों के बीच छिड़ी जंग के साथ ही इस्राइल और फलस्तीन के एक गुट हमास के बीच अब जंग छिड़ने से भारतीयों के लिए हालात और बदतर होंगे। इसका असर पहले से ही बढ़े पेट्रोल मूल्यों में आग लगने जैसा होगा जब कि इस इलाके में रहने वाले 38 लाख भारतीय कामगारों की रोजी रोटी और इनसे भारत को होने वाले 60 अरब डालर की आय पर भी प्रतिकूल असर होगा।
देर शुक्रवार को आए इस्राइली सेना के बयान में कहा गया कि आतंकियों ने पांच दिनों में लगभग 520 मोर्टार और रॉकेट इस्राइल पर दागे हैं। अन्य 140 रॉकेट आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मदद से रोक दिए गए थे। नवंबर 2012 के बाद से यह सबसे घातक हमला है, जिसमें येरुशलम, तेलअवीव और सुदूर उत्तर में स्थित हाइफा पर भी रॉकेट हमलों की संख्या बढ़ी है।
किसी इस्राइली की मौत की सूचना नहीं
गुरुवार को हुए मोर्टार हमले में एक इस्राइली सैनिक घायल हुआ था और एक अन्य व्यक्ति उस समय गंभीररूप से घायल हो गया था जब शुक्रवार को दक्षिणी तटीय शहर अशदोद में एक पेट्रोल स्टेशन पर रॉकेट हमलाहुआ। फलस्तीनियों की ओर से टैंक - रोधी मिसाइल दागे जाने के बाद दो सैनिक गाजा से लगी सीमा पर घायलहुए थे।
नेतन्याहू की ललकार
येरुशलम : अंतरराष्ट्रीय दबावों के आगे न झुकने का संकल्प लेते हुए इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिननेतन्याहू ने कहा है कि इस्राइल हमास के शासन वाली गाजा पट्टी से उसकी जमीन पर होने वाले रॉकेट हमलोंको रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगा। नेतन्याहू ने मीडिया से कहा , ' कोई भी अंतरराष्ट्रीय दबाव हमेंहमारी पूरी ताकत का इस्तेमाल करने से नहीं रोक सकता। ' नेतन्याहू ने सब्बाथ पूर्व ( इबादत के दिन से पहले )कहा , ' इस्राइली जनता जानती है कि मेरा पहला ध्यान शांति की बहाली पर है। मैं इस लक्ष्य को हासिल करनेके लिए जरूरी हर चीज करूंगा। ' इसी बीच इस्राइल रक्षा बलों के चीफ ऑफ स्टाफ बेनी गांट्ज ने कहा है किसेना जमीनी हमले के लिए तैयार है और वह बस राजनैतिक नेतृत्व से निर्देशों का इंतजार कर रही है। गांट्ज नेकहा , ' गाजा धीरे - धीरे बर्बादी के सागर में डूब रहा है। '
कहां कहां हुए हमले
गाजा शहर : स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल - कुद्रा ने कहा कि उत्तरी गाजा के बेइतलहिया में विकलांगों के कल्याणार्थ संघ पर हमले हुए। पश्चिमी गाजा शहर पर कई हमले हुए। वहीं उत्तरीगाजा पट्टी में जेबालिया पर भी इस्राइल ने बम बरसाए , जबकि दक्षिण के दीर अल बलाह में भी लोग मारे गएहैं। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि सुबह हुए हमले तटीय इलाके की मस्जिदों , हमास अधिकारियों के घरों परकिए गए।
नेतन्याहू की ललकार
येरुशलम : अंतरराष्ट्रीय दबावों के आगे न झुकने का संकल्प लेते हुए इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिननेतन्याहू ने कहा है कि इस्राइल हमास के शासन वाली गाजा पट्टी से उसकी जमीन पर होने वाले रॉकेट हमलोंको रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगा। नेतन्याहू ने मीडिया से कहा , ' कोई भी अंतरराष्ट्रीय दबाव हमेंहमारी पूरी ताकत का इस्तेमाल करने से नहीं रोक सकता। ' नेतन्याहू ने सब्बाथ पूर्व ( इबादत के दिन से पहले )कहा , ' इस्राइली जनता जानती है कि मेरा पहला ध्यान शांति की बहाली पर है। मैं इस लक्ष्य को हासिल करनेके लिए जरूरी हर चीज करूंगा। ' इसी बीच इस्राइल रक्षा बलों के चीफ ऑफ स्टाफ बेनी गांट्ज ने कहा है किसेना जमीनी हमले के लिए तैयार है और वह बस राजनैतिक नेतृत्व से निर्देशों का इंतजार कर रही है। गांट्ज नेकहा , ' गाजा धीरे - धीरे बर्बादी के सागर में डूब रहा है। '
कहां कहां हुए हमले
गाजा शहर : स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल - कुद्रा ने कहा कि उत्तरी गाजा के बेइतलहिया में विकलांगों के कल्याणार्थ संघ पर हमले हुए। पश्चिमी गाजा शहर पर कई हमले हुए। वहीं उत्तरीगाजा पट्टी में जेबालिया पर भी इस्राइल ने बम बरसाए , जबकि दक्षिण के दीर अल बलाह में भी लोग मारे गएहैं। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि सुबह हुए हमले तटीय इलाके की मस्जिदों , हमास अधिकारियों के घरों परकिए गए।
ग़ज़ा में तबाही का मंज़र
ReplyDeleteहमें कोई रोक नहीं सकता: इसराइल
ReplyDeleteदेखें बीबीसी हीन्दीमें तस्वीरे....
ReplyDelete
ReplyDeleteHuman struggle goes on.....
આઓ મિલકર સંકલ્પ કરે,
જન-જન તક ગુજનાગરી લિપિ પહુચાએંગે,
સીખ, બોલ, લિખ કર કે,
હિન્દીકા માન બઢાએંગે.
ઔર ભાષા કી સરલતા દિખાયેંગે .
બોલો હિન્દી લેકિન લિખો સર્વ શ્રેષ્ટ નુક્તા/શિરોરેખા મુક્ત ગુજનાગરી લિપિમેં !