welcome હાર્દીક સ્વાગત Welcome

આ બ્લોગ ઉપર આવવા બદલ આપનું હાર્દીક સ્વાગત છે.

આ બ્લોગ ઉપર સામાન્ય રીતે ઉંઝા સમર્થક લખાંણ હોય છે જેમાં હ્રસ્વ ઉ અને દીર્ઘ ઈ નો વપરાશ હોય છે.

આપનો અભીપ્રાય અને કોમેન્ટ જરુર આપજો.



https://www.vkvora.in
email : vkvora2001@yahoo.co.in
Mobile : +91 98200 86813 (Mumbai)
https://www.instagram.com/vkvora/

Thursday, 29 January 2015

दारुडीयो अने मंदीरना पुजारी वच्चेनो 1000 वरसनो जुनो वार्तालाप.


दारुडीयो अने मंदीरना पुजारी वच्चेनो 1000 वरसनो जुनो वार्तालाप.
पुजारी मंदीरना दरवाजा बंध करी घरे जतो हतो अने दारुडीयो भेटी गयो.
दारुडीयो - मोटुं कोण?
पुजारी - आ मंदीर.
दा. मंदीर मोटुं तो प्रुथ्वी उपर शा माटे?
पु. प्रथ्वी मोटी.
दा. प्रथ्वी मोटी तो शेषनागनी फेण उपर शा माटे?
पु. शेषनाग मोटो.
दा. तो शेषनाग शंकरना गलामां शा माटे?
पु. शंकर मोटो.
शंकर मोटो तो पहाड उपर शा माटे?
पहाड मोटो.
तो पहाड हनुमाननी टचली आंगळी उपर शा माटे?
हनुमान मोटो.
हनुमान मोटो तो रामने केम पगे लागे?
पुजारीए कह्युं मारा बाप पगे लागुं छुं तुं ज कही देने कोण मोटु?
दारुडीयो कहे जे दारुनी आखी बोटल पी शके अने टटार उभो रही शके ए मोटो कहेवाय. तुं मदीरमां पत्थर मुर्तीनी नाहकनी सेवा पुजा करे छे.

























आ बधा फोटाओ गुगल महाराजे भेट आपेल छे...


http://navbharattimes.indiatimes.com/state/madhya-pradesh/other-cities/govt-to-open-liquor-shop-for-kaal-bhairav/articleshow/46056199.cms

उज्जैनः मंदिर के लिए शराब की दुकान खोलेगी सरकार

अरुण दीक्षित, उज्जैन 
महाकाल की नगरी उज्जैन में काल भैरव मंदिर के लिए अलग से शराब की दुकान खोली जाएगी। इस दुकान पर सिर्फ 180 मिलीग्राम की देशी और इंग्लिश शराब की बोतलें मिलेंगी। बताया जा रहा है कि यह दुकान आगामी एक अप्रैल से शुरू हो जाएगी।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक नगर में कई प्रमुख मंदिर हैं। इनमें एक मंदिर कालभैरव का भी हैं। कालभैरव को उनके भक्त शराब अर्पित करते हैं। उज्जैन प्रतिदिन सैकड़ों भक्त कालभैरव के दर्शन के लिए आते हैं और उन्हें शराब अर्पित करते हैं।

इसी के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि वह काल भैरव मंदिर के पास शराब की दुकान खोलेगी। प्रदेश के आबकारी आयुक्त राकेश श्रीवास्तव के मुताबिक, शराब की दुकान के लिए टेण्डर जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस दुकान पर 180 मिलीग्राम से बड़ी बोतल नहीं बेची जाएगी।
 

सरकार के पास इस बात का कोई आंकड़ा नही हैं कि काल भैरव पर प्रतिदिन कितनी बोतल शराब चढ़ाई जाती हैं। दुकान खोलने के पीछे सरकार का तर्क यह है कि अभी स्थानीय दुकानदार काल भैरव को शराब चढ़ाने वाले लोगों से मनमाने दाम वसूलते हैं। सरकारी दुकान होने के बाद काल भैरव के भक्तों को उचित दर पर शराब मिलेगी।



 





1 comment:

  1. कां आ दीवाल हटाव अने नहींतो एक बोटल पी अने पछी आखुं ब्रह्मांड हालतुं देखाशे...

    ReplyDelete

કોમેન્ટ લખવા બદલ આભાર