==વીવેકપંથ==
૨૬૦૦ વર્ષ પહેલાં ભારતમાં ચાર્વાક નામનો ઋષી અથવા ચાર્વાક નામનો વાદ થઈ ગયેલ. શરીરે નીરોગી રહેવું અને આનંદ પ્રમોદ કરવો એટલે કે ખાઓ પીઓ, મોજ મસ્તી કરો અને બીજાનું ભલું કરો એ એનો મુખ્ય ધ્યેય હતો.
welcome હાર્દીક સ્વાગત Welcome
આ બ્લોગ ઉપર આવવા બદલ આપનું હાર્દીક સ્વાગત છે.
આ બ્લોગ ઉપર સામાન્ય રીતે ઉંઝા સમર્થક લખાંણ હોય છે જેમાં હ્રસ્વ ઉ અને દીર્ઘ ઈ નો વપરાશ હોય છે.
नैतिकता, मूल्य, आदर्श, नियम, सिद्धांत, व्यवस्था, विधान, संविधान, प्रावधान, मर्यादा, परंपरा, ईमानदारी, पारदर्शिता, औचित्य, शिष्टाचार, लाज-लिहाज...कई ऐसे शब्द हैं जिनकी चर्चा महाराष्ट्र के गुपचुप शपथ ग्रहण समारोह के बाद होनी चाहिए थी, लेकिन नहीं हो रही है.
ऊपर जितने शब्द लिखे हैं उनकी अनदेखी सियासतदां हमेशा से करते रहे हैं, लेकिन मीडिया के शोर-हंगामे का एक डर उनके दिल में ज़रूर रहता था, जो अब काफ़ी हद तक ख़त्म हो गया है.
टीवी चैनलों पर 'चाणक्य की चतुराई', 'कोश्यारी की होशियारी', 'बेमेल गठबंधन से बच गया महाराष्ट्र', 'रातोरात पटल गई बाज़ी' जैसे जुमले उछल रहे हैं.
दूसरी तरफ़, सोशल मीडिया पर हँसी-ठट्ठे का दौर जारी है, तरह-तरह के लतीफ़े, पैरोडी, वन-लाइनर और मीम लोग धड़ाधड़ शेयर कर रहे हैं.
With high levels of pollution severely affecting northern India and parts of Pakistan, a blame game has started between politicians on either side of the border.
Pakistani ministers have blamed poor air quality in cities such as Lahore on stubble burning on the Indian side of the border.
Burning takes place at this time of the year to prepare the ground for the next crop planting but the smoke is a major contributor to dangerously polluting particles in the air.
On the other side, a senior Indian politician says toxic air affecting Delhi could have come from either Pakistan or China.
आज नोटबंदी के विजयदिवस पर कौन बनेगा करोड़पती का सबसे आख़री सात करोड़ का सवाल ... नोटेबंदी का देश को क्या फ़ायदा हुआ??? Your Options: १. काला धन वापिस आया?? २. नक़ली करेन्सी खतम हुई?? ३. आतंकवाद पर नकेल पड़ी?? ४. वैंकों के अभूतपूर्व फ़ायदा हुआ?? कल रात वेताल ने भी विक्रमादित्य से ये ही सवाल किया और महाराज विक्रमादित्य (साहेब) अभी तक ग़ायब है...
From : BBC Hindi....Sat. 9th November,2019...Time 02:52
राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर 40 दिनों तक चली मैराथन सुनवाई 16 अक्टूबर को पूरी हुई थी और अब शनिवार यानी नौ नवंबर को सुप्रीम कोर्ट अपना फ़ैसला सुनाने जा रहा है.
शनिवार को जिन मामलों पर फ़ैसला आना है, उसकी सूची में यह मामला शामिल किया गया है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से मुलाकात कर फ़ैसले को देखते हुए स्थिति का जायज़ा लिया.
इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी स्कूलों और कॉलेजों को सोमवार यानी 11 नवंबर तक बंद रखने का फ़ैसला लिया है.
लेकिन इसका कोई रिकार्ड नहीं है कि बाबर अथवा मीर बाक़ी ने यह ज़मीन कैसे हासिल की और मस्जिद से पहले वहाँ क्या था? मस्जिद के रख-रखाव के लिए मुग़ल काल, नवाबी और फिर ब्रिटिश शासन में वक़्फ़ के ज़रिए एक निश्चित रक़म मिलती थी. https://www.bbc.com/hindi/extra/orIkBvrrzN/ayodya_land_dispute
अयोध्या मामला: क्या पुरातात्विक सर्वेक्षण में मंदिर के अवशेष मिले थे?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूछा है, ''यूरोप के सांसदों का जम्मू-कश्मीर में एक निर्देशित दौरे का स्वागत किया जा रहा है जबकि भारतीय सांसदों के जाने पर पाबंदी लगी है.'' https://www.bbc.com/hindi/india-50211981
विपक्षी पार्टी कांग्रेस और सीपीएम ने कहा है कि भारतीय नेताओं और सांसदों पर कश्मीर जाने को लेकर सरकार ने पाबंदी लगा रखी है और विदेशी सांसदों को जाने दे रही है.
अगर सरकार कहती है कि सब कुछ ठीक है तो पर्यटन के लिए कश्मीर को खोल दिया गया है, लेकिन वहां न तो राजनेता जा सकते हैं न ही मीडियावाले. इस तरह की पाबंदियां होंगी तो साफ़ ज़ाहिर है कि कुछ तो समस्या है.
सरकार एक ख़ास किस्म के लोगों की आवाजाही बंद करना चाहती है. मेरा ख़याल है कि ऐसा नहीं होना चाहिए ताकि कश्मीर की जो सच्चाई है वो बाहर निकल सके.
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, कश्मीर में पाबंदियां कब तक रहेंगी
समिति के समक्ष अपनी बात रखते हुए शिक्षाविद और लेखिका निताशा कौल ने भारत के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा, "यहां मूल सवाल लोगों की मर्ज़ी का है. अगर कोई क़दम लोगों के कल्याण और विकास के लिए उठाया गया है तो फिर दसियों हज़ार सैनिकों को बुलाने की ज़रूरत क्यों पड़ी?" निताशा ने कहा, "क्यों ये फ़ैसला लोगों की कोई भी राय लिए बिना अचानक किया गया, यहां तक की भारत समर्थक नेताओं तक को जेल में डाल दिया गया. जनता को राय ज़ाहिर करने के अधिकार से पूरी तरह वंचित कर दिया गया, अगर ये उनके भले के लिए हैं तो फिर उनमें से किसी को इस बारे में कुछ भी बोलने क्यों नहीं दिया जा रहा है? https://www.bbc.com/hindi/international-50161106
अमरीकी कांग्रेस का सवाल : कश्मीर को लेकर कैसे करें भारत पर भरोसा
छह रोज़ पहले जो ग्लोबल हंगर इंडेक्स सामने आया उसमें शामिल 117 देशों में पाकिस्तान का नंबर अब 94 है. मगर हमारे लिए दुख यह नहीं कि बांग्लादेश 88वें नंबर पर है बल्कि ख़ुशी की बात यह है कि भारत हमसे भी नीचे यानी 102 नंबर पर है.
यही भारत अच्छे दिन आने से पहले 2010 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 95वें नंबर पर था. आज फ़ूड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया कह रही है कि हमारे गोदामों में अब और अनाज रखने की जगह नहीं बची.