છેલ્લાં ત્રીસ વર્ષમાં ધર્મનો રાજકીય પરીબળ તરીકેનો ઉદ્ભવ માનવજાતને ખતમ કરી શકે તેમ છે... – ધવલ મહેતા
धर्मनी वात आवे एटले हीन्दुओ कहे अमारो धर्म प्रथम, जुनो, वगेरे वगेरे. वेद, उपनीसद के एनो नीचोड गीता अहा हा... अहा हा....
दया आवे एवुं छे. आत्मा, कर्म, पुनःजन्म अने शुं ने शुं लखेल छे.
हीन्दुओनी मुर्तीपुजानी गेलछाथी (हीन्दु एटले हीन्दु, बौद्ध, जैन बधा समजवा) ईश्लामनो उदय थयो. अने कमाल तो जुओ एओ पाछा हीन्दुओना अनुयायीनी जेम ज करवा लग्या. जेमके कबर उपर चादर बीछाववी.
शुं खावुं, केम खावुं, क्या हाथे खावुं (ए पण फरजीयात), कांदा, बटाटा, लसण, जन्म, लग्न, मरण अने मडदाने केम नवडाववुं, शुं सभळाववुं (मडदाने), हलाल के लोही वगरनुं फक्त अने फक्त घास खाता प्राणीओनुं लोही वगरनुं मांस, गाय के दुक्करनुं मांस केम खावुं अथवा हीन्दुओमां गायने मांस राखेल छे एवी अफवा फेलाय तोय मारी नाखवुं आ बधुं धर्ममां आवे. वीधवा पुनःलग्न करे तो मारी नाखवुं अने एना माटे अंग्रेजो हीन्दुओ माटे कायदा बनावे.
हीन्दुओमां राम नामनी व्यकतीनो उल्लेख ठेक ठेकाणे आवे. जेम के राम नाम सत्य है, लग्न वखते राम सीतानी जोडी, जेरामजी, गांधी समाधी उपर हे राम, मरण वखते अमे चाल्या अमारे गाम बधाने राम राम.
आ रामनी गेलछाए में पण साचुं खोटुं वाल्मीकी राम जाणे लखवानुं शरुं कर्युं.
हीन्दुओना जनुनी टोळाए 1992मां बाबरी मस्जीदना ढांचाने तोडी राजकरणमां प्रवेश कर्यो अने जेवी सफळता देखाणीं के ए जग्याए राम मंदीरनी चडवळ शरु थई.
कमाल तो जुओ भारतीय काश्मीर के पाकीस्तानी काश्मीरना चडवडीयाओए पण पोतानी चडवडमां आ बाबरीना ढांचा के राम मंदीरनो वचमां समावेश करी नाख्यो.
पोतानो धर्म श्रेष्ठ अने बंदुकनी गोळी, बोम्ब, मानव बोम्ब, वगेरे साधनोथी हत्या करवानु शरु थयुं.
भारतमां ईंदीरा गांधी, राजीव गांधी तथा पाकीस्तानमां झुलफीकार अली भुत्तो अने बेनझीर भुत्तोनुं मरण पण आ धर्मना नामे ज समजवुं..
कोने खबर गीता अने कुरानमां लखेल छे एनी पहेलां शुं हतुं?
धवलभाई महेताए मथाळुं आपेल छे अने पोस्टमां जणांवेल छे के राजकरणमां धर्मनी सेळभेळ मानवजातने खतम करशे ए चोक्कस छे.
भारतमां सोमनाथ मंदीरना नीर्माणमां गांधी, पटेल, मुनशी, संसद, वगेरे जे रस लीधो ए राजकीय परीबळ समजवुं. आपणे एना फळ चाखीए छीए...
देशना बंधारणमां कलम 48 पण एनो भाग ज समजवो...
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