धर्मने कारणे माणस पोताना स्वतंत्र वीचारो दबावी राखे छे अने साधु, रुसी, मुनी, गुरुना खोटा वीचारोने सहमती आपी दे छे.
आ पृथ्वी गोळ छे अने सुर्यनी आसपास फरे छे पण गुरु महाराज कहे तो पृथ्वी स्थीर समजवी.
आमां एक गुरु महाराज एक कहेशे बीजो वळी कंईक अलग. जेमके मुस्लीम धर्म गुरु कहेशे हीन्दुओ काफीर छे अने हीन्द गुरु महाराज वळी कंइक बीजुं ज कहेशे. एक गायनुं मांस खावानुं कहेशे एक गायना मांस खानारने मोतनी सजा करशे.
दुनीयामां अने भारतमां घणां ब्राह्मणो गायना मांसने खाय छे छतां अलग गुरु महाराज अलग कहेशे... डरना मार्या लोको पोताना वीचारो व्यक्त करी शकता नथी...
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