==વીવેકપંથ== ૨૬૦૦ વર્ષ પહેલાં ભારતમાં ચાર્વાક નામનો ઋષી અથવા ચાર્વાક નામનો વાદ થઈ ગયેલ. શરીરે નીરોગી રહેવું અને આનંદ પ્રમોદ કરવો એટલે કે ખાઓ પીઓ, મોજ મસ્તી કરો અને બીજાનું ભલું કરો એ એનો મુખ્ય ધ્યેય હતો.
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Saturday, 27 February 2021
કહાની જીંદગી કી - રેવતી....
કહાની જીંદગી કી - રેવતી....
From BBC Hindi ..................
पॉडकास्ट कहानी ज़िंदगी की: रेवती
ये है बीबीसी हिंदी का ताज़ातरीन पॉडकास्ट 'कहानी ज़िंदगी की'
'कहानी ज़िंदगी की' के हर एपीसोड में रूपा झा आपको सुना रही हैं भारतीय भाषाओं में लिखी ऐसी चुनिंदा कहानियां जो अपने आप में बेमिसाल हैं, जो हमारी और आपकी ज़िंदगी में झांकती हैं और सोचने को मजबूर भी करती हैं.
इस बार की कहानी है रेवती.
इसके लेखक हैं उड़िया भाषा के चर्चित कथाकार फकीर मोहन सेनापति. 'रेवती' को उड़िया भाषा की पहली कहानी माना जाता है.
फकीर मोहन सेनापति की कहानियों में उनके दौर के समाज की झलक मिलती थी. उन्होंने अपनी कहानियों में लोगों की दिक्कतों और उनके सामने मौजूद चुनौतियों को बखूबी सामने रखा.
फकीर मोहन सेनापति की कहानियों में आज की पीढ़ी की भी दिलचस्पी बनी हुई है.
उन्होंने रामायण और गीता जैसे कई ग्रंथों का उड़िया में अनुवाद भी किया.
कहानी- रेवती..................
लेखक- फकीर मोहन सेनापति ..................
हिंदी अनुवाद- अरूण होता ..................
वाचन - रूपा झा ..................
ऑडियो मिक्सिंग- जितेंद्र सासन ..................
इलस्ट्रेशन- गोपाल शून्य ..................
आलाप- शिल्पी ..................
प्रस्तुतकर्ता- मोहन लाल शर्मा ..................
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